टोकन कटने के बाद भी धान लेने से किया इंकार, धान का आवक भी रजिस्टर में नहीं किया दर्ज, भगवान भरोसे छोड़ना पड़ा सौ कट्टी धान, उच्चभिट्ठी धान खरीदी केंद्र का मामला।
जांजगीर-चांपा::जाज्वल्य न्यूज़::मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने का दावा करते हैं, लेकिन अव्यवस्था के चलते एक किसान को सौ कट्टी धान भगवान भरोसे छोड़कर जाना पड़ गया। उच्चभिट्ठी धान खरीदी केंद्र में आज दूसरे दिन भी धान खरीदी शुरू नहीं हुई है, जबकि टोकन जारी होने के बाद किसान धान लेकर केंद्र पहुंच गया, लेकिन उसे चलता कर दिया गया।
छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी एक दिसंबर से प्रारंभ हो गई है, लेकिन ज्यादातर केंद्रों में अभी खरीदी शुरू नहीं हुई है। कुछ इसी तरह का हाल उच्चभिट्ठी धान खरीदी केंद्र का भी है। अव्यवस्था इतनी है कि आज एक किसान को अपना सौ कट्टी धान भगवान भरोसे छोड़कर आना पड़ गया। दरअसल, महुदा चांपा गांव का किसान सुरेन्द्र साहू को 2 दिसंबर की तिथि में धान का तौल करने के लिए टोकन जारी किया गया था। टोकन मिलने के बाद किसान साहू आज दोपहर करीब साढ़े तीन बजे ट्रैक्टर में सौ कट्टी धान को लोड कर उच्चभिट्ठी धान खरीदी केंद्र पहुंचा, तब यहां सन्नाटा पसरा हुआ था। किसान सुरेन्द्र साहू के मुताबिक, जब वह धान लेकर केंद्र पहुंचा तो उसके धान लेने से संस्था प्रबंधक ने इंकार कर दिया। किसान साहू ने बताया कि उसने संस्था प्रबंधन से काफी मिन्नतें की, लेकिन संस्था प्रबंधक ने उसकी एक न सुनी। यहां तक धान का आवक भी रजिस्टर में नहीं चढ़ाया गया। किसान का यह भी कहना है कि संस्था प्रबंधक ने जब उसका धान लेने से इंकार किया तो उसने नोडल अधिकारी से भी संपर्क किया, लेकिन नोडल अधिकारी के कहने पर भी संस्था प्रबंधक ने किसान के धान का आवक नहीं चढ़ाया। ऐसी स्थिति में किसान को अपना धान खरीदी केंद्र परिसर में ही डंप करना पड़ गया। वहां डंप धान के साथ यदि कोई अनर्थ होता है तो उसकी जिम्मेदारी किसान की ही होगी। ऐसी स्थिति में किसान ने चांपा एसडीएम आरपी आचला को भी पूरे मामले से अवगत कराया, लेकिन किसान की समस्या दूर नहीं हो सकी।