गौठान में 90 गायों की मौत के बाद अब भी गहरी नींद में जिम्मेदार,अब तक किसी प्रकार की नहीं हुई कार्यवाही।

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::जनपद पंचायत पामगढ़ से 3 किलोमीटर की दूरी पर लगे ग्राम पंचायत भैंसों में विगत एक माह में लगभग सैकड़ों गायों के मौत हो चुके हैं इस प्रकरण में जिम्मेदार तत्कालीन जनपद सीईओ आकाश सिंह को जनपद कार्यालय से 3 किलोमीटर में इतनी बड़ी घटना घट जाने का हवा तक नही लगा घटना के संबंध में जबकि सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी तो जनपद सीईओ की संचालन करने की है जो इस तरह है गौठान के नोडल अधिकारी कृषि विस्तार अधिकारी पशु चिकित्सक गौठान समिति के अध्यक्ष सरपंच और सचिव के जिम्मेदारी से गौठान का संचालन होता है गौठान प्रारंभ के समय जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत खोखरा 7 गायों की मौत लगातार पानी गिरने के वजह से आपदा में हुई थी इस पर प्रशासन का माहौल गरमा न जाए और आनन फानन में तत्काल पशु चिकित्सक एवं सचिव को सस्पेंड कर पड़ला झाड़ लिए थे एवं दोनो कर्मचारियों को दोषी बनाकर एक तरफा कारवाई किया गया था जिस पर प्रशासन की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हुए थे इस बार देखना होगा कि आखिर जिम्मेदार संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर किस तर कार्यवाही किया जाएगा गौठान पर सवालों तो सैकड़ों है पर असल मुद्दा की बात तो गौठान पर रखे हुए मवेशी के लिए चारा और पानी की व्यवस्था कराने की है जिस सरकार अब तक गंभीर नहीं है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि चारा पानी के लिए कोई फंड जारी नहीं कर पाया जिससे गौठान में रखे मवेशी भूख और प्यास से दम तोड़ रहे हैं बावजूद इसके सरकार और प्रशासन सिर्फ निर्माण कार्यों पर मनचाहे लोगों को निर्माण एजेंसी बनाकर कमीशन के खेल खेल रही है और जबकि गौठान में रखे मवेशी के लिए चारा और पानी के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं होने के कारण भूख से गायों की मौत हो रही है।
एनएच पर लगी है सैकड़ों मवेशी के भीड़।
एनएच पर लगे गौठानो के आस पास रात्रि में आवारा मवेशियों को छोड़े जाने पर ग्राम पंचायतों पर बढ़ रही है दबाव आखिर मवेशी को कहां रखे और कैसे इसका निराकरण करें फिर भी प्रशासन आंख मूंदकर इस पर निर्णय नहीं ले पा रहा है।
पंचायत सचिव बन रहे हैं बलि का बकरा।
गोबर खरीदी में अब तक केवल सचिव के ऊपर जिम्मेदारी और सचिव के ऊपर कार्यवाही होते आई है जबकि गौठान संचालन समिति को बख्श दिया जा रहा है ऐसे में गौठान की मुख्य कार्य में अवरोध पैदा हो रहा है जल्द ही इस पर सरकार और प्रशासन को ध्यान देने वाली बातें हैं जिससे गौठान में होने वाली मुख्यधारा से जुड़ सके। टीएलके बैठक से पहले सचिव को मौखिक रूप से गोबर खरीदी दबाव बनाया जाता है ताकि प्रशासन और सरकार के सामने जनपद की छवि बना रहे सिर्फ कागजों में अब तक हो रही है गोबर की खरीदी।
=इस संबंध में जब हमने जिला के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा से बात किया तो उन्होंने बताया कि गौठान पर जिला पंचायत सीईओ ही स्पष्ट बता पाएंगे।
=जिला पंचायत सीईओ फरिहा आलम सिद्दीकी से बात करने पर अभी छुट्टी है उपलब्ध नहीं है का इस पर हम अभी कुछ भी नहीं बता पाएंगे।
=अंततः हमने पूर्व जनपद सीईओ आकाश सिंह और वर्तमान सीईओ नीरनिधि से भी बात करने प्रयास किया तो दोनो अधिकारियों इस संबंध में बात करना भी उचित नहीं समझा।
=जब हमने तो उन्होने कहा गौ सेवा आयोग अध्यक्ष महंत रामसुंदरदास ने कहा जिनको फोटो खींचाना है और राजनीति करना है वह करें हम तो सेवा करने आये हैं और गौ माता की सेवा कर रहे हैं।