अवैध रेत उत्खनन के मामले में मुख्यमंत्री के सख्त कार्रवाई के निर्देश के बाद रेत माफियाओं का खेल बिगड़ा।

कैलाश कश्यप जांजगीर-चांपा::जाज्वल्य न्यूज़::जिले सहित प्रदेश भर में रेत माफियाओं का बोलबाला रहा है इसी बीच अचानक अवैध रूप से रेत उत्खनन करने वाले के ऊपर कार्यवाही करने मुख्यमंत्री ने अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय करते हुए निर्देश देने के बाद ही राजस्व,खनिज और पुलिस टीम द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाही होने लगी है। जिला में 24 घंटे के भीतर दर्जनों से ज्यादा कार्यवाही हो चुकी है,जबकि महीने भर में एककात कार्यवाही ही खानापूर्ति के लिए की जाती थी। देखने वाले बात होगी कि यह कार्यवाही किस तरह आगे बढ़ेगा और जिले भर में अवैध रुप से चैनमशीन से निकालने वाले रेतघाट पर छापे मार कार्यवाही होगी भी या नहीं।

जिन अधिकारियो के ऊपर मिलीभगत कर अवैध रेत खनन कराने का आरोप लगता रहा था, वही अब गले का फांस बनता दिख रहा है।
खनिज विभाग सहित जिन अधिकारियों के बलबूते रेत माफिया दंभ भर रहे थे, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अवैध रेत खनन करने वाले अधिकारियों के निशाने में आ गए हैं। इतने दिन तक ओवरलोड, न हीं रेत रॉयल्टी, मशीन से रेत खनन करना सब जायज ही दिखाई दे रहा था, जबकि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद रॉयल्टी रखे होने के बाद भी अब कई तरह की कमी निकालकर कार्यवाही की जा रही है। ओवरलोड, चैनमशीन से रेत निकालना यहां तक भंडारण क्षेत्र में खड़ी मशीन या खाली गाड़ी पर कार्यवाही करने लगे है, बहरहाल अचानक इस तरह के निर्देश से अवैध रेत खनन करने वालो में हड़कंप मच गया है।

सतर्क रह कर करनी होगी कार्रवाई
जिस रेत घाटो में हुआ कार्यवाही उसी घाट पर ही इसी तरह अवैध रेत खनन को रोकने तत्कालीन कलेक्टर द्वारा आनन-फानन में निर्देश निकालने के बाद राजस्व अधिकारी हरकत में आए और कार्यवाही के लिए रात्रिकालीन में गई एसडीएम और तहसीलदार की संयुक्त टीम की गाड़ी ऊपर ट्रक से चढ़ाकर जानलेवा हमला किया गया था।











